बावेजा स्टूडियो लिमिटेड कंपनी का आईपीओ 29 जनवरी से 31 जनवरी तक खुला है। कंपनी की स्थापना हरि बावेजा ने की। हरि बावेजा जी को फिल्म जगत में 30 सालों का अनुभव रहा है और पंजाब विश्वविद्यालय से अपनी ग्रेजुएशन पुरी की है। परमजीत बावेजा इस कंपनी के चेयरपर्सन होने के नाते वह प्रोडक्शन के प्रमुख है उनकी कंपनी में। हरमन बावेजा कंपनी के सीईओ हैं, वह स्कूल के समय से ही अभिनय और लेखन कर रहे हैं, वह इस फिल्म बनाने वाली कंपनी की दूसरी पीढ़ी हैं। बावेजा स्टूडियो ये एक फिल्म मेकिंग कंपनी है …
Baweja Studios Limited बावेजा स्टूडियो लिमिटेड के आयपीओ IPO डिटेल्स
कंपनी आईपीओ के माध्यम से 97 करोड रुपये जुटा रही है।Baweja Studios कंपनी का आईपीओ 29 जनवरी से लेकर 1 फरवरी तक खुला रहेगा। 2 फरवरी को कंपनी का अलॉटमेंट होगा। 5 फरवरी को रिफंड होगा जिनको शेअर्स नहीं मिले और जिनको शेअर्स मिले उनके डिमॅट में अलॉट हो जाएंगे। कंपनी स्टॉक मार्केट 6 फरवरी को लिस्टिंग होगी। कंपनी स्टॉक मार्केट 6 फरवरी को लिस्टिंग होगी।कंपनी के ऊपर 8 से 9 करोड रुपए का कर्जा है यह Baweja Studios एक SME IPO है price band 170-180 रुपये है । कंपनी की लिस्टिंग नेशनल स्टॉक एक्सचेंज NSE पर लिस्ट होगी।
Baweja Studios Limited कंपनी का
फिल्म मेकिंग में अपना कार्य।
कंपनी ने फिल्म मेकिंग में अपना अच्छा नाम बन चुकी है। Baweja Studios कंपनी ने अपने प्रोडक्शन हाउस के तहत कयामत, दिलजले , दिलवाले जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों का निर्माण किया है। इसी वजह से कंपनी जो है कंपनी को पर हम विश्वास रख सकते जो की कंपनी 10 से 15 फिल्मों में अपना काम किया है। कंपनी ने भौकाल एक और भौकाल टू जैसी वेब सीरीज का भी निर्माण किया है जोकि ब्लॉकबस्टर सुपरहिट रही हैं।कंपनी एनीमेशन में सुपर वि विराट कोहली , चार साहिबाजादे वन और टू जैसे वेब सीरीज का निर्माण कर चुकी है। कंपनी का नेट मार्जिन होता है 12 से 15% , इसलिए कंपनी का जो रिस्क होता है वह काम हो जाता है जो कि वह अपना काम में प्रॉफिट मार्जिन काफी कम रखते हैं। कंपनी जो खुद की प्रोडक्शन हाऊस पूरी फिल्म का निर्माण करती है। जीस मे बहुत चीज होती है, उसके अंदर स्क्रिप्ट होती है, म्यूजिक होता है इस चीजों के लिए कंपनी को अपना एक्सपेंशन करने में मदत होगी .कंपनी की तीन फिल्मों का इस साल रिलीज होने वाली है।कंपनी वेब सीरीज या फिल्मों का निर्माण करके डिजिटल प्लेटफॉर्म यानी ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आप बेच देती है। अगर कोई मूवी थिएटर पर चल जाती है, मतलब ज्यादा पैसा बना लेती है तो उसका सेकंड पार्ट बनाने का हक भी उन्हें होता है। इसीलिए उनका रिकरिंग रेवेन्यू भी बढ़ जाता है।
Disclaimer :- तो निवेशकों को कंपनी में आईपीओ अप्लाई करना चाहिए या नहीं करना चाहिए यह उनकी अपनी खुद की अपनी राय हैं। हमारा लक्ष्य सिर्फ वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देना है।यह विस्तृत से बताने के लिए हमने यह ब्लॉग लिखा था।