मारुति सुजुकी MARUTI SUZUKI INDIA ने बढ़ती महंगाई के कारण बढ़ाई कीमतों के दाम (0.45%)

ऑटोमोबाइल क्षेत्र में प्रमुख कंपनी मारुति सुजुकी Maruti Suzuki नें कमोडिटी मार्केट की कीमतों के कारण अपनी सभी मॉडल इसकी कीमतों में बढ़ोतरी की ।मारुति सुजुकी एक सब्सिडियरी कंपनी सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन है। कंपनी गुड़गांव और मानेसर में स्थित हैं।मारुति सुजुकी की शुरुआत मारुति 800 के साथ हुई थी।

मारुति सुजुकी ने आज ही 16 जनवरी को यह घोषणा की कीमतों को लेकर और आज से ही लागू होगी। यह कीमत कि कुल 0.45% की बढ़त है। यह जानकारी कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को दी है।मारुति सुजुकी के सर्विस इंडस्ट्री में ₹4000 टच प्वाइंट क्रॉस करके 1900 और सिटीज हमें इसका काफी कुछ लंबा और विस्तृत नेटवर्क फैल चुका है।

मारुति सुजुकी MARUTI SUZUKI INDIA के शेयर्स में दिखा असर!

मार्केट खुलते ही मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki )के शेयर में ₹85 की बढ़त देखने को मिली है।इस इंडस्ट्री में कंपनी का मार्केट शेयर Maruti Suzuki  42% Hyundai 15%, Tata 13%, Mahindra & Mahindra 10%, Kia 7%, other  13%. कंपनी का डोमेस्टिक में 94% मार्केट , और एक्सपोर्ट में 6% मारुति सुजुकी के एक शेअर्स की कीमत लगभग 10150 के पार है।मारुति सुजुकी के क्वार्टर्स में लगभग 61000 और 47000 करोड़ का सिर्फ मुनाफा अर्जित किया है जो की कंपनी के पास बहुत ही मजबूत क्षमता है,प्रॉफिट की और उसके साथ ही काफी कम ऋण मे काम करती है कंपनी।मारुति सुजुकी जल्दी एक्सपोर्ट कर सकती है EV इस साल कंपनी के अधिकारी राहुल भारती ने वाइब्रेंट गुजरात के दौरान  घोषणा की इस साल इलेक्ट्रिकल लॉन्च करने के बाद जापान और यूरोप में जल्दी निर्यात कर सकते। इस साल 750 CR लिथियम आयएन बैटरी और मॉडल निर्यात करने की भी उम्मीद है।

 MARUTI SUZUKI ऑटो लोन के ब्याज में बढ़ोतरी की 

मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki )के हवाले से ब्याज में बढ़ोतरी अगर होती है तो इसका सीधा असर बिक्री पर होगा।जो की रेपो रेट कटौती अगर नहीं की जाती तो इसकी कीमतों में काफी उच्च अंक आ सकता है।

देश की आर्थिक वृद्धी ज्यादा तेरी इसी उद्योग क्षेत्र पर निर्भर है जो की पूरी अर्थव्यवस्था के जीडीपी 6% होती है।मारुति सुजुकी हर साल अपना बड़ा प्रॉफिट मार्जिन बनाती है जो कि साल दर साल बढ़ता रहता है,एक महत्वपूर्ण स्थान भारत में आर्थिक रुप से ऑटोमोबाइल क्षेत्र मे मारुती सुझकी Maruti Suzuki का है ।

मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki)  का बिजनेस में सफल होना यही दर्शाता है कि मारुति सुजुकी ने भारत के लोगों के लिए काफी कुछ अच्छे  शानदार प्रोडक्ट डिज़ाइन करते है जो उनके कंफर्ट के लिए उनके प्राइस पॉइंट के हिसाब से हो बेहतर हो |

 


Disclaimer :- हमारा लक्ष्य सिर्फ वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देना है। यह विस्तृत से बताने के लिए हमने यह ब्लॉग लिखा था।

Medi Assist Healthcare कंपनी काआईपीओ 15 जनवरी से खुल चुका है

आज 15 जनवरी से लेकर 17 जनवरी तक खुला रहेगा। मेडी असिस्टेंट हेल्थ केयर (Medi Assist healthcare) का आईपीओ तो चलिए जानते हैं यह जो कंपनी है इसके बारे में।यह जो कंपनी है मेडी एसिस्ट हेल्थकेयर कंपनी हेल्थ केयर इंश्योरेंस इंडस्ट्री में काम करती है जैसे कि इंश्योरेंस कंपनियों के लिए थर्ड पार्टी एडमिनिस्ट्रेशन की जिम्मेदारी मेडिकल इंश्योरेंस,  हॉस्पिटल्स उपलब्ध करवा देना।इस इंडस्ट्री में कंपनी को लगभग 20 साल का अनुभव हो रहा है। कंपनी अब तक 95 बिलीयन + प्रीमियम अंडर मैनेजमेंट कवर किया है।कंपनी का 18000 अधिक प्लस हॉस्पिटलों के साथ पार्टनरशिप है।कंपनी एक साल में 6 मिलियन से ज्यादा मेडिक्लेम  कवर किए है ।कंपनी  की 36 से ज्यादा इंश्योरेंस कंपनी के साथ अपनी भागीदारी है। कंपनी पूरे देश में 32 राज्यों में 967 शहरों में अपना बिजनेस फैल चुकी।कंपनी के पूरे इंडिया में 97 से अधिक खुद की ऑफिस है ।कंपनी के पूरे 9500 प्लस इंस्टीट्यूशन क्लाइंट है।इस कंपनी में एम्पलाइज की संख्या 6200 है।कंपनी अपना 140 से अधिक देशों में अपना कारोबार कर रही । 

(Medi Assist healthcare) कंपनी मैनेजमेंट के बारे में जानते हैं।

कंपनी के चेअरमेन है विक्रमजीत जो और कंपनी के सीईओ सतीश वि एन।  कंपनी के चेअरमेन विक्रमजीत ने जवाहरलाल नेहरू कॉलेज बेलगांव से अपना एमबीबीएस किया है और उन्होंने इंस्टीट्यूट आफ हेल्थ केयर एडमिनिस्ट्रेशन चेन्नई से पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा भी किया है।पॅरिस से उन्होंने इंटरनेशनल मैनेजमेंट में एमबीए भी करवा चुके है । साल 2007  से एडिशनल डायरेक्टर के तौर पर जुड़े। इंडस्ट्री में लगभग 20 से 22 साल का अनुभव हो रहा है।सतीश वि एन  ने आईआईटी मद्रास से B.Tech किया है आर्किटेक्चर में!  अक्टूबर 2013 से वह कंपनी के साथ जुड़े हैं और उन्हें इस क्षेत्र में 24 साल का अनुभव रहा है।

कंपनी(Medi Assist healthcare)इस क्षेत्र में कैसे काम करती है।

जैसे की कोई भी पॉलिसी होल्डर यानी पेशेंट और इंश्योरेंस कंपनी के बीच में ब्रिज की तरह काम करती है यह कंपनी।उसके बाद बैकऐंड में जो पैसों की लेनदेन की जो प्रक्रिया होती है अस्पताल और इंश्योरेंस कंपनी के बीच में वह भी काम करती है यह कंपनी ,  मेडी असिस्टेंट हेल्थकेयर की तीन मुख्य सब्सिडियरी कंपनी है।
1) MED Advantage
 2) Mayfair 3) Raksha
कंपनी (Medi Assist healthcare) के प्रमोटर्स आईपीओ के माध्यम से अपना पूरा स्टेक बेचकर OFS ऑफर फॉर सेल में 1171करोड़ है  जो कि पूरा पैसा कंपनी में न जाकर प्रमोटर्स के पास जाएगा और प्रमोटर यहां से एग्जिट लेना चाहेंगे।

  मेडी एसिस्ट हेल्थकेयर (Medi Assist healthcar) कंपनी के आईपीओ डीटेल्स!

आईपीओ 15 जनवरी से लेकर 17 जनवरी तक खुला रहेगा, आपको आईपीओ में अगर अप्लाई करना है तो 10:00 AM से लेकर 5:00 PM तक आप कभी भी अप्लाई कर सकते हो तीन दिन तक।आईपीओ की प्राइस बंद है ₹397 से लेकर ₹400 तक।कंपनी के फेस वैल्यू ₹5 पर चेहरे और कंपनी की लोट साइज है 35।कंपनी का अलॉटमेंट गुरवार  18 तारीख को होगा। अगर आपको अलॉटमेंट हो जाता है तो आपको 19 तारीख को आपको आपके डिमॅट में शेयर्स दिख जाएंगे, अगर नहीं होते तो आपको आपके रिफंड अमाउंट मिल जाएगी। कंपनी की लिस्टिंग डेट सोमवार को 22 तारीख है। रिटेल इन्वेस्टर आईपीओ में 1 लॉट से लेकर 13 लॉट तक अप्लाई कर सकता है। कंपनी  की अगर फाइनेंसियल रिपोर्ट देख जाए तो एयर ओंन एयर कंपनी का प्रॉफिट, एसेट , रेव्हेनू सारी चीज ग्रो हो रही है और कंपनी के ऊपर कोई डेट Debt भी नहीं है जिसके कारण कंपनी लॉस में जाने की कोई भी संभावना नजर नहीं आती।

कंपनी (Medi Assist healthcare) के जो ओवरऑल एनालिसिस और फाइनेंशियल रिपोर्ट या सारी चीज देखकर यही लगता है कि कंपनी की ग्रोथ दिखाई दे रही है। कंपनी की लिस्टिंग पॉजिटिव हो सकती है। कंपनी मै लॉग टर्म मे इन्वेस्ट किया जाय तो अच्छा होगा

Disclaimer :-  तो निवेशकों को (Medi Assist healthcare) कंपनी में आईपीओ अप्लाई करना चाहिए या नहीं करना चाहिए यह उनकी अपनी खुद की अपनी राय हैं। हमारा लक्ष्य सिर्फ वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देना है।यह विस्तृत से बताने के लिए हमने यह ब्लॉग लिखा था।

 

जानिए ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric ) स्कूटर पर ₹15000 तक की छुट ,यह छूट कब तक दी जा रही है

भारत में जनवरी में जो हार्वेस्टिंग फेस्टिवल उत्सव मनाया जाता है। इस अवसर पर ओला इलेक्ट्रिक ( Ola electric ) बाइक कंपनी की तरफ से कुछ आकर्षक ऑफर दिए जा रहे ,जो की खरीदारों के लिए काफी सुनहरा मौका हो सकता है खरीदारी के लिए। यह जो ऑफर है यह सिर्फ 15 जनवरी तक की उपलब्ध है। इस प्रकार ग्राहक को अतिरीक्त लाभ हो सकता है ,यही एकमात्र उद्देश्य कंपनी का है।

जानिए Ola Electric कंपनी मे ऑफर में क्या कुछ दिया जा रहा है और किस तरह से?

ओला इलेक्ट्रिक ( Ola Electric ) के दो मॉडल से जो की S1 प्रो और S1 एअर है। जो की इन मॉडल के ऊपर खरीदारी करने वालों के लिए ₹6999 तक।की वारंटी दी जा रही है और साथ ही साथ उपभोक्ताओं को ₹3000 तक एक्सचेंज बोनस भी दिया जा रहा है।जो की इसका भरपुर आनंद ले सकते हैं। 

उपभोक्ताओं की खरीदारी और भी सस्ती करने के लिए कुछ और आकर्षक छुट दि है, जैसे कि इलेक्ट्रिक S1 प्लस मॉडल के ऊपर बाजार की कीमत पर सीधा ₹20000 का फ्लैट छुट दी जा रही है। इसके अतिरिक्त खरीदार को अपने क्रेडिट कार्ड इएमआय EMI पर आप सीधा ₹5000 तक छूट ले सकते हो। इसके अलावा अन्य किसी भी फाइनेंस कंपनी के कंपनी से जीरो डाउन पेमेंट ,नो कॉस्ट EMI ,शून्य प्रोसेसिंगन फी  और 8% तक कम ब्याज आपको मिल सकता है। 

अगर आप इन सारी आकर्षक ऑफर्स  का लाभ उठाना चाहते तो , आप उनकी Ola Electric ऑनलाइन वेबसाइट   पर जाकर सीधा बुकिंग कर सकते हो । और आप टेस्ट ड्राइव राइड कर सकते हो। इसे हम एक तरीके से इलेक्ट्रिक रिवैल्युएशन भी कह सकते जो की ओला इलेक्ट्रिक लोगों को काफी सस्ते और पर्यावरण अनुकूल विकल्प दे रहा है।

ओला इलेक्ट्रिक Ola Electric कंपनी जल्दी शेयर मार्केट में लिस्ट हो सकती है अपना आईपीओ लाकर।

ओला इलेक्ट्रिक इस कंपनी से पहले इस क्षेत्र में अग्रगण्य कंपनी मारुति सुजुकी का आईपीओ साल 2003 में आया था। तब से लेकर 20 साल तक आज तक कोई ऑटोमोबाइल क्षेत्र में आईपीओ नहीं आया है।  पूरे भारत में टू व्हीलर सेक्टर में इलेक्ट्रिक बाइक का शेयर होल्डिंग अभी 4.5 %. जब की यह सच है कि इंडिया में अभी इलेक्ट्रिक इव्ही का मार्केट काफी ग्रो हो रहा है और आगे चलकर भी ग्रो करेगा। ओला इलेक्ट्रिक ( Ola Electric ) कंपनी के माने तो अभी कंपनी पूरी तरह से लॉस मेकिंग में है। फाइनेंशियल लॉसेस में चल रही है। ओला इलेक्ट्रिक ( Ola Electric ) ने R $ D पर पिछले साल लगभग 500 करोड रुपए लगाए। और माना जा रहा है कि कंपनी आईपीओ लाने के बाद उसमें से काफी कुछ मोटी रकम पर R $D पर लगायेगी ।और माना जा रहा है कि कंपनी आईपीओ लाने के बाद उसमें से काफी कुछ मोटी रकम पर R $D पर लगायेगी । अभी कंपनी का फाइनेंशियल स्टेटमेंट काफी कुछ सही नहीं फिर भी कंपनी की तरफ देखकर कंपनी बूम है यही समज मे आता है। ओला कंपनी की जो शुरुआत रही है वह अपने बिजनेस मै कॅब सर्विसेज से हुए , कंपनी काफी अलग अलग क्षेत्रो मै है। जैसे कि ओला सर्विसेज ओला फूड डिलीवरी ओला इलेक्ट्रिक बाइक ओला सीड्न कार में भी आ रही है।  ओला ने पिछले दो सालों में चार लाख स्कूटर बेची है। स्कूटर की डिलीवरी हर किसी को इजी!तो एक्सेसिबल होनी चाहिए इसलिए कंपनी ने  टियर वन और टू सिटीज में पेनिट्रेशन को बढ़ावा दिया है।

ओला इलेक्ट्रिक आईपीओ में सूचीबद्ध होने के लिए सरकार द्वारा उत्पादन -लिंक -इन्सेंटिव (PSL)योजना के तेहत पात्र होने वाली पहली भारतीय इव्ही बाइक कंपनी बनी है। (PSL)योजना के पात्र बनने के लिए सभी पेपर्स को और गाइडलाइन को क्लियर किया है जिसमें कम से कम 50% सकल घरेलू उत्पाद होना चाहिए।इसे भी उन्होंने क्लियर किया है।

यह ( PLI) योजना भारत सरकार के अवजड उद्योग मंत्रालय द्वारा दी जाती है।इस योजना का फायदा उठाने के लिए कम से कम 1000 करोड रुपए की निवेश की आवश्यकता होती है। इस योजना के साथ  भारत सरकार पूरे देश भर में ईव्ही कंपनी यो को बढ़ावा दे रही है , ताकि ज्यादा से ज्यादा इलेक्ट्रिक स्कूटर का उपयोग हो।

ओला इलेक्ट्रिक  ( Ola Electric )में जाने किसकी कितनी है हिस्सेदारी 

भावेश अग्रवाल36.94 %  , सॉफ्टबैंक 21.98%

टाइगर ग्लोबल 6.03% , मैट्रिक्स पार्टनर 3.51%

इंड्स ट्रस्ट 3.85 %

तो निवेशकों को ओला इलेक्ट्रिक (OLA ELECTRIC ) कंपनी की आईपीओ में अप्लाई करना चाहिए या नहीं करना चाहिए यह उनकी अपनी खुद की अपनी राय हैं। हमारा लक्ष्य सिर्फ वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देना है।यह विस्तृत से बताने के लिए हमने यह ब्लॉग लिखा था।

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